وَاخْفِضْ لَهُمَا جَنَاحَ الذُّلِّ مِنَ الرَّحْمَةِ وَقُلْ رَبِّ ارْحَمْهُمَا كَمَا رَبَّيَانِي صَغِيرًا ﴿۲۴﴾और कृपा करके उन पर नम्रता के पंख फैलाकर कहो, हे प्रभु, उन पर दया कर, जैसे उन्होंने मुझे बुद्धि से बड़ा किया। सूरह इस्रा3489471